‘हर हाल में जीत की जिम्मेदारी…’, UP में उपचुनाव को लेकर CM योगी ने बनाई मंत्रियों की टास्क फोर्स | Uttar Pradesh Assembly by-election CM Yogi Adityanath task force of ministers


यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ ने यूपी के उपचुनाव के लिए मंत्रियों की एक टास्क फोर्स बनाई है. इसमें राज्य के 20 मंत्रियों को शामिल किया गया है. बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के मंत्रियों को भी इस टास्क फोर्स में रखा गया है. सबको विधानसभा का उप चुनाव हर हाल में जीतने की जिम्मेदारी दी गई है. एक विधानसभा सीट के लिए दो मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है. इन मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक की. इस मीटिंग में तय हुआ कि लोकसभा चुनाव में जो हुआ सो हुआ पर ये चुनाव जीत कर दिखाना है.
यूपी में विधानसभा की दस सीटों पर उपचुनाव हो सकते हैं. चुनाव आयोग ने अभी तारीखें तय नहीं की हैं. लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. आम तौर पर उप चुनावों से दूर रहने वाली मायावती ने की पार्टी बीएसपी ने भी किस्मत आजमाने का फैसला किया है. समाजवादी पार्टी में भी टिकट को लेकर भाग दौड़ शुरू हो गई है. विधायक से सांसद बनने वाले नेता अपने परिवार के लिए टिकट मांग रहे हैं.
यूपी में बीजेपी खराब प्रदर्शन के बाद इसकी समीक्षकों जुटी हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनावी तैयारी में कूद पड़े हैं. उनके करीबी नेताओं का दावा है कि सीएम योगी उपचुनाव को लेकर बहुत सीरियस हैं. वे चुनाव जीत कर अपने नेतृत्व की ताकत दिखाना चाहते हैं. टीम योगी लोकसभा चुनाव में हुई हार की परछाई उप चुनाव पर नहीं पड़ने देना चाहती है.
योगी के आवास पर हुई मंत्रियों की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने घर पर कई मंत्रियों को चुनावी चर्चा के लिए बुलाया. इस बैठक में अपना दल और निषाद पार्टी जैसे सहयोगी दलों के मंत्री भी शामिल हुए. सीएम योगी ने एक एक विधानसभा के लिए दो मंत्रियों की टीम बना दी है. इन्हें अभी से अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर चुनावी तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को मिल्कीपुर विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है. उनके साथ एक और मंत्री मयंकेश्वर सिंह को भी लगाया गया है.
फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद चुने गए अवधेश प्रसाद इसी सीट से विधायक थे. फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में अयोध्या है. यहां से बीजेपी की हार से पार्टी की आलोचना हुई है. क्योंकि अयोध्या का राम मंदिर के बहाने बीजेपी देश भर में चुनाव प्रचार कर रही थी. योगी सरकार अब किसी भी कीमत पर मिल्कीपुर विधानसभा का उप चुनाव जीतना चाहती है.
करहल से अखिलेश यादव विधायक थे
करहल से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव विधायक थे. अब वे सांसद चुन लिए गए हैं. इसलिए इस सीट पर उपचुनाव होना है. मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ लोकसभा चुनाव हार चुके जयवीर सिंह को करहल का प्रभारी बनाया गया है. वे योगी सरकार में पर्यटन मंत्री हैं. सहयोगी पार्टी अपना दल कोटे से मंत्री आशीष पटेल को कटेहरी विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है. सिंचाई मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह को भी कटेहरी विधानसभा में ही काम करने को कहा गया है.
आशीष पटेल और स्वतंत्रदेव सिंह कुर्मी बिरादरी के हैं. इस सीट पर इसी जाति के वोटर निर्णायक स्थिति में हैं. अंबेडकरनगर से समाजवादी पार्टी के सांसद चुने गए लालजी वर्मा कटेहरी से विधायक थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में कुर्मी बिरादरी का एक बड़ा वोट बैंक समाजवादी पार्टी में शिफ्ट हो गया. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को फूलपुर विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है.
संजय निषाद को सीसामऊ का जिम्मा
इसी तरह बीजेपी के सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को सीसामऊ विधानसभा के लिए तैनात किया गया है. यहां से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को अदालत से सजा हो गई है. संजय निषाद के एक करीबी नेता का दावा है कि सीसामऊ में निषाद जाति के वोटर बहुत कम हैं. इसके बावजूद यहां की ज़िम्मेदारी उनके नेता को दे दी गई है.
यूपी में विधानसभा की 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं. कई विधायक लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन गए हैं. सांसद बनने के बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. इसलिए उनकी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. नौ विधायक इस बार सांसद बने है. इस तरह से नौ सीटों पर उपचुनाव होंगे. इनमें से 5 सीटों पर समाजवादी पार्टी, 3 सीटें बीजेपी के पास थीं. जबकि मीरापुर सीट आरएलडी के पास था.
मीटिंग से गायब रहे राजभर
आरएलडी कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार को ही इस सीट की जिम्मेदारी दी गई है. उनके साथ राज्य मंत्री सोमेन्द्र तोमर को लगाया गया है. बीजेपी के सहयोगी दल सुहेलदेव समाज पार्टी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर इस मीटिंग में नहीं थे. यूपी के दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी इस बैठक में नहीं बुलाए गए थे.