इटावा: अधिकारी की लापरवाही, ट्रेन के साथ 50 मीटर तक घिसटता गया रेलकर्मी


इटावा रेलवे जंक्शन पर रेलवे अधिकारी की बड़ी लापरवाही
रेलवे परिचालन विभाग की लापरवाही के चलते इटावा जंक्शन पर एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. ब्रेक बाइंडिंग ठीक करने के दौरान गोमती एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 12419) को बिना सूचना दिए सिग्नल दे दिया गया. जिससे एक रेलवे कर्मचारी ट्रेन के नीचे फंस गया और करीब 50 मीटर तक घिसटता चला गया. गनीमत रही कि कर्मचारी ने लोहे की रॉड पकड़ ली थी. जिससे उसकी जान बच गई. यात्रियों ने सतर्कता दिखाते हुए चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका.
शुक्रवार सुबह लखनऊ से दिल्ली जा रही गोमती एक्सप्रेस के डी-7 कोच में भरथना स्टेशन के पास ब्रेक बाइंडिंग की समस्या आई थी. इसे ठीक करने के लिए ट्रेन को इटावा जंक्शन पर रोका गया. रेलवे कंट्रोल ने इटावा को इसकी सूचना पहले ही दे दी थी. सुबह 11:02 बजे जैसे ही ट्रेन इटावा जंक्शन पहुंची, कैरेज एंड वैगन (सीएनडब्ल्यू) विभाग की टीम ब्रेक बाइंडिंग ठीक करने में जुट गई. टेक्नीशियन हरफूल, रवि और राकेश बोगी के नीचे घुसकर मरम्मत कार्य कर रहे थे.
ठीक सात मिनट बाद बिना किसी सूचना के ट्रेन को सिग्नल दे दिया गया. रवि और राकेश किसी तरह बाहर आ गए लेकिन हरफूल ट्रेन के नीचे फंस गया और घिसटता चला गया. साथी कर्मचारियों ने शोर मचाया लेकिन परिचालन विभाग से तुरंत मदद नहीं मिली. आखिरकार यात्रियों ने सूझबूझ दिखाते हुए चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका.
घटना के बाद जब कर्मचारी राकेश ने परिचालन विभाग के डिप्टी स्टेशन सुप्रिटेंडेंट (डिप्टी एसएस) साकेत कुमार से इस लापरवाही का कारण पूछा तो उन्होंने न केवल जवाब देने से इनकार किया, बल्कि राकेश के साथ अभद्रता और मारपीट भी की. इसके बाद कर्मचारियों ने रेलवे अधिकारियों को लिखित शिकायत दी.
रेलवे के वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने तत्काल संज्ञान लेते हुए डिप्टी एसएस साकेत कुमार को निलंबित कर दिया और पूरे मामले की जांच एसीएम टूंडला को सौंप दी. देर शाम एसीएम टूंडला ने इटावा जंक्शन पर पहुंचकर घायल कर्मचारी और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की.
रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बताया, ‘गोमती एक्सप्रेस को ब्रेक बाइंडिंग की समस्या के कारण इटावा में रोका गया था. मरम्मत के दौरान ट्रेन चलने की सूचना मिली, जिसमें एक कर्मचारी नीचे फंस गया था. प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आई है, इसलिए डिप्टी एसएस को निलंबित कर दिया गया है. आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी.