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कांग्रेस सपा में शह मात का खेल, क्या राहुल अखिलेश की दोस्ती यहीं तक थी! | Rahul Gandhi Akhilesh yadav congress sp kamalnath mp assembly election 2023

कांग्रेस-सपा में शह-मात का खेल, क्या राहुल-अखिलेश की दोस्ती यहीं तक थी!

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव

कांग्रेस को धोखेबाज और चालू पार्टी कह कर अखिलेश यादव ने एजेंडा सेट कर दिया है. क्या अखिलेश यादव और राहुल गांधी का साथ यहीं तक था! इंडिया गठबंधन में होने के बावजूद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में लट्ठ बज रही है. अभी तो चुनाव एमपी में हो रहे हैं पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का झगड़ा पड़ोसी राज्य यूपी पहुंच गया है. टीम अखिलेश और टीम प्रियंका गांधी आमने-सामने हैं.

दोनों तरफ से एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी जा रही है. कमलनाथ ने एमपी में अखिलेश यादव के लिए सीट नहीं छोड़ी. अब समाजवादी लोग कह रहे हैं कि एमपी का बदला यूपी में लेंगे. दोनों तरफ से एक दूसरे की पार्टी के नेताओं को तोड़ने की तैयारी है. कांग्रेस की अपनी लिस्ट है और समाजवादी पार्टी की भी अपनी लंबी लिस्ट है.

अखिलेश यादव में नेतृत्व की क्षमता नहीं- रवि प्रकाश वर्मा

समाजवादी पार्टी के महासचिव रहे रवि प्रकाश वर्मा की एक फोटो आई है, जिसमें पूर्वी वर्मा भी नजर आ रही हैं. पूर्वी समाजवादी पार्टी के चार बार के सांसद रवि वर्मा की बेटी है, जिन्हें समाजवादी पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में टिकट भी दिया था. पिता पुत्री ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से मिल कर उनका आशीर्वाद लिया. समाजवादी पार्टी में रवि वर्मा को घुटन महसूस हो रही थी. चार दिनों पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया. फिर लखीमपुर में उन्होंने अपने समर्थकों के संग मीटिंग की थी.

खरगे से मुलाकात के बाद रवि प्रकाश वर्मा ने कहा अखिलेश यादव में नेतृत्व की क्षमता नहीं है. वे अपने पिता मुलायम सिंह यादव की राजनीति को भूल चुके हैं. अब राहुल गांधी ही देश के भविष्य हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे रवि वर्मा ने कहा अखिलेश यादव अब ठेकेदारों और भ्रष्ट नेताओं में फँस गए हैं. हमने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन हमारी नहीं सुनी गई.

रवि प्रकाश वर्मा आज कांग्रेस में शामिल होंगे

समाजवादी पार्टी के बड़े नेता रहे रवि प्रकाश वर्मा 6 नवंबर को कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय उन्हें लखनऊ पार्टी ऑफिस में कांग्रेसी बनायेंगे. अजय राय कहते हैं ये तो बस शुरूआत है. आगे देखिए अभी तो और बहुत नेता आने वाले हैं. समाजवादी पार्टी के कई नेता राहुल गांधी के साथ काम करना चाहते हैं. केंद्रीय नेतृत्व से इजाजत मिलने के बाद हम इन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल करेंगे.

अजय राय को ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘चिरकुट नेता’ कह दिया था. समाजवादी पार्टी के नेताओं को तोड़ कर कांग्रेस अपने पक्ष में माहौल बनाना चाहती है. कांग्रेस ये दिखाना चाहती है कि हवा राहुल गांधी की ही है. सारी तैयारी लोकसभा चुनाव की है. बिना अखिलेश यादव के समर्थन के रायबरेली और अमेठी में खाता न खेल पाने के समाजवादियों के आरोप से कांग्रेस तिलमिला गई है.

सपा छोड़ने के बाद राहुल का गुणगान कर रहे रवि

समाजवादी पार्टी छोड़ने के बाद रवि वर्मा अब राहुल गांधी का गुणगान कर रहे हैं. बीएसपी से निकलने पर इमरान मसूद ने भी यही किया था. समाजवादी पार्टी अब अपना घर बचाने के साथ साथ कांग्रेस का घर तोड़ने पर भी काम कर रही है. अखिलेश यादव के कुछ करीबी लोगों को ये जिम्मेदारी दी गई है. कांग्रेस के कई नेताओं से बात चल रही है. पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह कहते हैं हमारी लिस्ट तो बड़ी लंबी है. फैसला अखिलेश जी को करना है. तय हुआ था कि दोनों पार्टियॉं मिल कर लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. लेकिन अब तो एक दूसरे के नेताओं को तोड़ने की रणनीति बन रही है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के संबंध दोराहे पर है.

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