Australia Decide To Make Immigration Rule Smooth For Hiring Technical Person From Other Country

Australia Immigration System: ऑस्ट्रेलिया (Australia) ने गुरुवार (27 अप्रैल) को देश में ज्यादा-से-ज्यादा कुशल कामगारों को देश में स्थायी जगह देने के लिए अपनी इमिग्रेशन सिस्टम में बदलाव करने का फैसला लिया है. उन्होंने इससे जुड़े प्रॉसेस को कुशल कामगारों के लिए और आसान बनाने को लेकर प्रस्ताव दिया गया है. ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत से लगभग 4 लाख 39 हजार 700 लोग स्थायी प्रवासियों के नाते देश में काम कर रहे है. भारत ने इस मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. वहीं ऑस्ट्रेलिया के इस फैसले से लाखों भारतीय को फायदा पहुंचने की उम्मीद है.
ऑस्ट्रेलिया के फेडरल गवर्नमेंट ने कहा कि कुशल कामगारों के चयन करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मौजूदा सिस्टम नंबर से जुड़े टेस्टों को आसान बनाएगा. इससे सही कौशल वाले लोगों की पहचान करने के लिए संशोधित किया जाएगा. ये ऑस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी माना जा रहा है.
हमारी इमिग्रेशन सिस्टम में कई खामियां- ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के होम मिनिस्टर क्लेयर ओ’नील ने नेशनल क्लब में एक भाषण में कहा कि हमारी इमिग्रेशन सिस्टम में कई खामियां हैं. ये हमारे व्यवसायों को असफल बनाने का काम कर रही हैं. यहां रहने वाले दूसरे देश के लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहीं हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए भी अच्छी बात नहीं है.
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले साल सितंबर के महीने में कर्मचारियों की व्यापक कमी से जूझ रहे व्यवसायों की मदद करने के लिए जरूरी कदम उठाए है. ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस फाइनेंशियल ईयर में स्थायी प्रवासियों की संख्या बढ़ाकर 195,000 कर दी. पहले की संख्या से के मुकाबले 35,000 तक बढ़ा दी. पहले ये संख्या 1 लाख 60 हजार थी.
प्रवासी मजदूरों की धन राशि में बढ़ोतरी
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने वीज़ा प्रक्रिया में भी तेजी लाने के लिए अधिक कर्मचारी और पैसे बढ़ाने का वादा किया है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने कहा कि इस साल 1 जुलाई से साल 2013 से समान स्तर पर अटके हुए अस्थायी कुशल श्रमिकों की प्रवासी मजदूरी सीमा की धन राशि को $53,900 से बढ़ाकर $70,000 डॉलर कर दिया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया में सभी पहले की नौकरियों में से लगभग 90 फीसदी को अब मौजूदा सीमा से अधिक भुगतान किया जाता है. किसी भी देश में खासकर भारतीय कामगारों की बहुत ही डिमांड होती है. अमेरिका में भी H 1B वीजा के लिए अमेरिका भारतीयों को प्राथमिकता देता है.